- भगवान महाकाल को दान में आई अनोखी भेंट! भक्त ने गुप्त दान में चढ़ाई अमेरिकी डॉलर की माला, तीन फीट लंबी माला में है 200 से अधिक अमेरिकन डॉलर के नोट
- भस्म आरती: राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, मस्तक पर हीरा जड़ित त्रिपुण्ड, त्रिनेत्र और चंद्र के साथ भांग-चन्दन किया गया अर्पित
- श्री महाकालेश्वर मंदिर में एंट्री का हाईटेक सिस्टम हुआ लागू, RFID बैंड बांधकर ही श्रद्धालुओं को भस्म आरती में मिलेगा प्रवेश
- कार्तिक पूर्णिमा आज: उज्जैन में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, माँ क्षिप्रा में स्नान के साथ करते हैं सिद्धवट पर पिंडदान
- भस्म आरती: भांग, चन्दन और मोतियों से बने त्रिपुण्ड और त्रिनेत्र अर्पित करके किया गया बाबा महाकाल का दिव्य श्रृंगार!
महाशिवरात्रि पर महाकाल दर्शन के लिए इन मार्गों से मिलेगा मंदिर में प्रवेश
ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में महाशिवरात्रि पर भक्तों को ढाई किलो मीटर पैदल चलने के बाद भगवान महाकाल के दर्शन होंगे। भक्तों को नृसिंह घाट स्थित कर्कराज पार्किंग, झालरिया मठ, चारधाम आश्रम, शक्तिपथ, महाकाल महालोक होते हुए मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा।
प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया महाशिवरात्रि पर करीब दस लाख भक्तों के भगवान महाकाल के दर्शन करने आने का अनुमान है। उसी के अनुसार इंतजाम जुटाए जा रहे हैं। कर्कराज पार्किंग से महाकाल महालोक तक बैरिकेडस लगाए गए हैं। छांव के लिए शामियाने तथा धूप के कारण श्रद्धालुओं के पांव ना जले इस हेतु कारपेट बिछाए गए हैं। दर्शनार्थियों के लिए पेयजल, शौचालय, जूता स्टैंड आदि की सुविधा भी निशुल्क उपलब्ध रहेगी।
महाशिवरात्रि पर देशभर से आने वाले दर्शनार्थियों को गणेश मंडपम से भगवान महाकाल के दर्शन कराए जाएंगे। भीड़ नियंत्रण के लिए गणेश मंडपम में एक साथ 15 कतार चलाई जाएगी। जिससे एक साथ सैकड़ों भक्त भगवान के दर्शन करते हुए नए एक्जिट द्वार से मंदिर के बाहर निकलेंगे। इन दर्शनार्थियों को बड़ा गणेश मंदिर के सामने से हरसिद्धि चौराहा होते हुए कर्कराज पार्किंग व चारधाम की ओर निर्गम किया जाएगा। यहां से दर्शनार्थी जूते चप्पल पहनकर गंतव्य के लिए रवाना होंगे।